Sugarcane News यूपी के किसानों को योगी सरकार का तोहफा
पिछले वर्ष के लिए 350 रुपये प्रति फ्लैट की कीमत पर 370 रुपये प्रति फ्लैट की छूट दी गई है। सामान्य आर्किटेक्चर की कीमत 340 रुपये से लेकर 360 रुपये प्रति यूनिट तक दी गई है। इससे किसानों को राहत मिली है।
गन्ने की अगैती प्रजातियों के लिए गत वर्ष के 350 रुपये प्रति क्विंटल से मूल्य को बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित कर दिया है। सामान्य गन्ने की प्रजाति का मूल्य 340 रुपये से बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इससे किसानों को राहत मिली है।
यूपी सरकार ने सभी किस्म के गन्ना का समर्थन मूल्य 20 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है। जो किसान पहले ही अपना गन्ना चीनी मिलों में बेच चुके हैं, उनको भी बढ़े हुए मूल्य का भुगतान किया जाएगा। दाम बढ़ने से चीनी उत्पादन भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
2023-2024 सत्र में शाहजहांपुर जिले में एक लाख 96 हजार गन्ना किसान पंजीकृत हैं। इस बार जिले में एक लाख 10 हजार हेक्टेयर में गन्ना का रकबा है।Sugarcane News जबकि पिछले सत्र में एक लाख दो हजार हेक्टेयर रकबा में गन्ना का उत्पादन हुआ था। पिछले सत्र में तीन करोड़ 52 लाख क्विंटल की पेराई हुई थी। इसमें 35 लाख 63 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था। इस सत्र में अभी तक एक करोड़ 13 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है।
किसान चीनी मिलों को देंगे गन्ना
गन्ने की अगैती प्रजातियों के लिए गत वर्ष के 350 रुपये प्रति क्विंटल से मूल्य को बढ़ाकर 370 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित कर दिया है। सामान्य गन्ने की प्रजाति का मूल्य 340 रुपये से बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इससे किसानों को राहत मिली है। गन्ना विभाग के अधिकारियों के मुताबिक समर्थन मूल्य बढ़ने से किसान गन्ना को कोल्हू पर नहीं देगा। किसान चीनी मिल में गन्ना सप्लाई करेंगे। गन्ना विभाग के मुताबिक मूल्य बढ़ने से पिछले 10 वर्षों से अधिक चीनी का उत्पादन बढ़ने की संभावना है।
गन्ना किसानों ने क्या कहा
गन्ना मूल्य में 20 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि
सरकार ने बुधवार को 2023-24 सत्र के लिये गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) 10 रुपये बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया। एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जिसे चीनी मिलों को गन्ना किसानों को देना होता है। गन्ना सत्र अक्टूबर से शुरू होता है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गन्ने का न्यूनतम मूल्य बढ़ाने का फैसला किया। सत्र 2023-24 के लिये गन्ने का एफआरपी 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
305 रुपये प्रति क्विंटल था मूल्य अभी तक
पिछले सत्र में गन्ने का न्यूनतम मूल्य 305 रुपये प्रति क्विंटल था। ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा ‘अन्नदाता’ के साथ हैं। सरकार हमेशा कृषि और किसानों को प्राथमिकता देती रही है। उन्होंने कहा कि गन्ने का न्यूनतम मूल्य 2014-15 में 210 रुपये प्रति क्विंटल था। अब वह बढ़कर 2023-24 में 315 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।